दु:खद खबर ; तेज बहाव में बहने से 3 साल के मासूम के साथ मां की मृत्यु घर में मचा कोहराम;

दिल को झकझोर कर देने वाली खबर  मां तो मां आखरी सांस तक बेटे की उंगली पकड़ी रही मां लेकिन दोनों में से कोई नहीं बच पाया

बुधवार को दिल्ली,नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में सड़कों पर बारिश का पानी भरा नजर आया. दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशन के बाहर भी जलजमाव से लोगों को परेशानी हुई दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश आफत बनी हुई है. भारी बारिश होने के बाद पूर्वी दिल्ली के क्षेत्र गाजीपुर में एक महिला और उसका बच्चा जलभराव के कारण निर्माणाधीन नाले में डूब गए जिस कारण उन दोनो की मौत हो गई. आपको बता दे कि मतृकों की पहचान तनुजा हैं जिसकी उम्र 22 साल है. उसके बच्चा प्रियांश जिसकी उम्र 3 साल हैं जो गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी के में रहते थे,
खोड़ा। गाजीपुर थाना क्षेत्र के नाले में बुधवार रात मां-बेटा तनुजा बिष्ट (22) और प्रियांशु (3) की गिरने से मौत होने के बाद बृहस्पतिवार को उनके घर पर सन्नाटा पसरा रहा। आस-पड़ोस के लोग घर के बाहर खड़े होकर दुख व्यक्त कर रहे थे। महिलाएं और युवतियों में एमसीडी के अधिकारियों के खिलाफ गुस्सा था। महिलाओं का आरोप था कि पहले भी नाले में गिरने से हादसे हो चुके हैं लेकिन, जिम्मेदार अधिकारियों ने सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया। तनुजा के देवर ने बताया कि भाभी इकलौते बेटे को स्कूल की ड्रेस दिलाने के लिए बाजार जा रही थीं। उधर, घटनास्थल पर दिल्ली पुलिस की टीम ने जांच की।
चाचा करन ने बताया कि भाई गोविंद ने प्रियांशु का घर के पास स्कूल में दाखिला कराया था। उसकी ड्रेस लेने के लिए भाभी तनुजा पैदल-पैदल ही गाजीपुर की तरफ जा रही थीं। घर से करीब 500 मीटर दूर आंबेडकर नगर गेट से निकलते ही झमाझम बारिश से खस्ताहल सड़क पर जलभराव हो था, जिससे वह नाले को भी नहीं देख पाई थीं। उनके आगे-आगे चल रहा प्रियांशु सबसे पहले नाले में गिरा तो वह भी उसे बचाने के लिए नाले में गिर पड़ीं। स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया लेकिन, दोनों पानी के बहाव से रैंप के नीचे फंस गए। खोड़ा थाना प्रभारी आनंद प्रकाश मिश्र और दमकल कर्मी पीयूष कुमार, लोकेश कुमार व एफएसओ मूलचंद ने झमाझम बारिश के दौरान रैंप का सरिया काटा, जिसके बाद गाजीपुर पुलिस मां-बेटे को लेकर दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। उधर, पड़ोसी बोबी ने बताया कि हादसे से पहले तनुजा उनकी बेटी को घर की चाबी देकर गई थीं। उन्हें नहीं पता था कि वह अब कभी नहीं लौटेंगी। रात नाै बजे कॉलोनी में हादसे की सूचना मिलने पर सभी मौके पर पहुंचे लेकिन, वहां पुलिस और अधिकारियों को देखकर सब लौट गए।

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